April 18, 2022
Vedic Civilization in Hindi


वैदिक सभ्यता - Vedic Civilization in Hindi


वैदिक सभ्यता दो कालखंडों में विभाजित किया गया हैं।


1. ऋग्वैदिक काल (1500-1000 ई.पू.) 

2. उत्तरवैदिक काल (1000-600 ई.पू.)


ऋग्वैदिक काल


वैदिक सभ्यता आर्यों द्वारा निर्मित सभ्यता है, मैक्समूलर के अनुसार आर्यों का निवास स्थान मध्य एशिया माना गया है।


आर्य सभ्यता सिंधु सभ्यता के विपरीत एक ग्रामीण सभ्यता थी और आर्यों की भाषा संस्कृति थी।


आर्य समाज एक पितृ प्रधान समाज था और आर्य समाज की सबसे छोटी इकाई परिवार (कुल) थी जिसका मुखिया 'कुलप' कहलाता था। 


आर्यों ने प्रशासनिक इकाई को पांच भागों में बांटा था- कूल, ग्राम, ग्राम, विश, जन एंव राष्ट्र।


ग्रामीणी ग्राम की मुखिया, विशपति विश का प्रधान एंव राजन जन का शासक होता था।


ऋग्वैदिक काल के राज्य के अधिकारियों में सेनानी और पुरोहित प्रमुख थे।


सूत, रथकर एवं कम्मादि नामक अधिकारी रत्निन कहे जाते थे। इनकी संख्या राजा सहित लगभग 12 हुआ करती थी।


गोचर भूमि का अधिकारी वाज्रपति होता था।


ऋग्वैदिक काल में अपराधियों को पकड़ने का काम उग्र करते थे। 


राजा को सलाह देने का कार्य सभा और समिति करती थी। सभा श्रेष्ठ लोगों की संस्था थी।


समिति एक राजनितिक संस्था थी जिसकी काम राजा को नियुक्ति, उच्च पदों की नियुक्ति एंव उस पर नियंत्रण करना था।


ईशान समिति का सभापति होता था।


आर्यों की सबसे प्राचीन संस्था विदथ थी जिसको जनसभा भी कहते थे। 


ऋग्वैदिक काल में महिलाएं भी सभा एवं विदथ के सदस्य थी।


ऋग्वेद के रचना आर्यों द्वारा किया गया था।


ऋग्वेद में जन शब्द 275 बार, विश शब्द का 170 बार, सभा शब्द का 8 बार, समिति शब्द का 9 बार उल्लेख किया गया है। इसमें शूद्र शब्द का भी उल्लेख एक बार किया गया है।


ऋग्वेद में 25 नदियों का वर्णन मिलता है जिसमे सरस्वती सबसे महत्वपूर्ण एवं पवित्र नदी बताई गई है, जबकि इसमें गंगा का एक बार और यमुना का तीन बार उल्लेख किया गया है।


ऋग्वेद के सातवें मंडल में दसराज्ञ युद्ध का उल्लेख किया गया है जो परुष्णी (रावी) नदी के तट पर सुदास एवं दस जनों के मध्य लड़ा गया जिसमें सुदास की विजयी हुई थी। 


गविष्टि शब्द का प्रयोग युद्ध के लिए किया जाता था, जिसका अर्थ "गायों की खोज" करना होता है।


ऋग्वैदिक काल में पत्नि अपने पति के साथ यज्ञ कार्य में भाग लिया करती थी। इस काल में बाल विवाह एवं पर्दा प्रथा का प्रचलन नहीं था।


इस काल में विधवा औरत अपने मृत पति के छोटे भाई (देवर) से विवाह कर सकती थी जिसे नियोग कहा जाता था।


ऋग्वैदिक काल में महिलाएं भी शिक्षा ग्रहण करती थी। ऋग्वेद में लोपामुद्रा, घोषा, सीकता, आपला एवं विश्वारा जैसी महिलाओं का वर्णन मिलता है। 


इस काल के लोग तीन प्रकार के वस्त्रों का उपयोग करते थे वास, अधिवास और उष्णीष अंदर पहने वाले वस्त्र को 'नीवी' कहा जाता था।


आर्यों का मनोरंजन का मुख्य साधन संगीत, रथदौड़, घुड़दौड़ और धूतक्रीड़ा था।


आर्य लोगों का मुख्य पेय पदार्थ 'सोमरस' था।


ऋग्वैदिक काल में अग्नि को मनुष्य और देवता के बीच का मध्यस्थ माना जाता था।


आर्यों में ब्याज खाने वाले लोगों को वेकनॉट (सूदखोर) कहा जाता था।


ऋग्वैदिक काल में अविवाहित महिलाओं को 'अमाजू' कहा जाता था।


कृषि एवं पशुपालन ऋग्वैदिक काल का मुख्य व्यवसाय था। 


ऋग्वेद के चतुर्थ मंडल में कृषि संबंधित प्रक्रियाओं का उल्लेख किया गया है।


जाबालोपनिषद में चारों आश्रमों का सर्वप्रथम वर्णन किया गया है। 


इंद्र को आर्यों का मुख्य देवता माने जाते हैं।


आर्यों का प्रिय पशु घोड़ा था।


आर्यों में व्यापारी वर्ग को 'पणी' कहां जाता था। व्यवसाय वस्तु विनियम प्रणाली पर आधारित थी।


इस काल में अतिथि को 'गोहंता' कहा जाता था।


गाय को अध्न्या (न मारने योग्य) पशु माना गया है। 


ऋग्वैदिक काल में आर्यों ने देवताओं को तीन भागों में विभाजित किया है


1. आकाश के देवता-विष्णु, सूर्य, उषा, पूषन आदि ।

2. अंतरिक्ष के देवता-वायु, रूद्र, इंद्र, मरुत आदि ।

3. पृथ्वी के देवता- पृथ्वी, सोम, बृहस्पति, अग्नि आदि ।


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उत्तरवैदिक काल


इस काल में यज्ञ संबंधित कर्मकांड का शुरुआत हुआ यानी यज्ञ-विधान क्रिया उत्तर वैदिक काल की देन है।


उत्तर वैदिक काल में राजसूय यज्ञ का प्रचलन शुरू हुआ। यह एक राज्याभिषेक से संबंधित यज्ञ था।


वाजपेय यज्ञ के दौरान रथों की दौड़ का आयोजन होता था। यह यज्ञ विशेष रूप से खानपान से संबंधित था।


अश्वमेध यज्ञ शक्ति का सूचक था। 


अग्नि में पशुबलि अग्निष्टोम यज्ञ के दौरान दी जाती थी।


ऋग्वैदिक काल में पशुओं का देवता पूषण थे जो उत्तर वैदिक काल में शूद्रों के देवता हो गए।


उत्तर वैदिक काल में इंद्र के स्थान पर प्रजापति सबसे अधिक प्रिय देवता हो गए।


इस काल में प्रजापति सृष्टि के रचयिता एंव विष्णु विश्व के रक्षक माने जाते थे। 


अथर्ववेद के अनुसार "राष्ट्र राजा के हाथों में हो तथा राजा और देवता मिलकर 

उसे सुदृढ़ बनायें "


गोत्र और आश्रम व्यवस्था का उल्लेख सर्वप्रथम उत्तर वैदिक काल में ही हुआ था। 


गोत्र प्रथा एवं गोत्र विवाह उत्तर इसी काल का दिन है, गोत्र शब्द का संबंध गाय से हैं। 


उत्तर वैदिक काल में सभा एवं समिति का उल्लेख तो मिलता है परंतु विदथ का उल्लेख नहीं मिलता है। इस काल में सभा एक स्थानीय ग्रामीण संस्था थी जबकि समिति एक केंद्रीय संस्था थी।


उत्तर वैदिक काल में लोगों का पालन पोषण का मुख्य आधार कृषि हो गया। 


जन्म पर आधारित वर्ण व्यवस्था उत्तर वैदिक काल का दिन है।


प्रथम बार पक्की ईंटों का प्रयोग उत्तर वैदिक काल कौशांबी नगर से मिला है। 


उत्तर वैदिक काल में खेत जोतने के हल को सिरा एवं हल रेखा को सीता कहा जाता था।


उत्तर वैदिक काल के मुद्राएं थी शतमान एवं निष्क।


तीन आश्रम "ब्रह्मचर्य गृहस्थ एवं वानप्रस्थ" का उल्लेख उत्तरवैदिक ग्रंथ छान्दोग्य उपनिषद में किया गया है।


उत्तर वैदिक ग्रन्थ वृहदारण्यक उपनिषद में पुनर्जन्म उल्लेख किया गया है।


भारत के प्राचीनतम दर्शन सांख्य दर्शन है जिसमे प्रकृति को मूल कहा गया है।


ऐतरेय ब्राह्मण चारो वर्णों के कर्तव्यों का उल्लेख मिलता है।


वैदिक सभ्यता और संस्कृति पर जीके प्रश्न और उत्तर | GK Questions and Answers on the Vedic Civilisation and Culture

Q. ऋग्वेद में किस नदी का उल्लेख नहीं है? (A) यमुना (B) नर्मदा (C) सिंधु (D) गंगा उत्तर: (B) नर्मदा Q. ऋग्वैदिक आर्यों द्वारा लकड़ी के हल को निरूपित करने के लिए किस शब्द का प्रयोग किया गया था? (A) याव (B) अयासी (C) लंगाला (D) कुलाली उत्तर: (C) लंगाला Q. आर्यों की उत्पत्ति के सिद्धांत पर निम्नलिखित का मिलान करें (a) यूरोपीय सिद्धांत 1. डॉ. ए. सी. दास (b) मध्य एशियाई सिद्धांत 2. बाल गंगाधर तिलक (c) आर्कटिक क्षेत्र सिद्धांत 3. मैक्स मुलर (d) भारतीय सिद्धांत 4. सर डब्ल्यू जोन्स कोड: A B C D (A) 1 3 4 2 (B) 1 2 3 4 (C) 4 3 2 1 (D) 3 4 1 2 उत्तर: (C) 4 3 2 1 Q. निम्नलिखित में से कौन वैदिक समाज की मूल इकाई थी? (A) संघी (B) जन (C) विदथ (D) परिवार उत्तर: (D) परिवार Q. निम्नलिखित में से कौन वैदिक काल में वायुमण्डल के देवता नहीं थे? (A) डायन्सो (B) इंद्र (C) मारुति (D) रुद्र उत्तर: (A) डायन्सो Q. निम्नलिखित में से किस विद्वान ने घोषित किया कि 'सप्त सैधव' क्षेत्र आर्यों की मातृभूमि थी? (A) डॉ. के.के शर्मा (B) डॉ ए सी दासो (C) प्रो मैक्समूलर (D) प्रो. पेनका उत्तर: (B) डॉ ए सी दासो Q. वैदिक लोग कुम्हार किसे कहते हैं? (A) लंगाला (B) विदथो (C) कुलाली (D) अयासी उत्तर: (C) कुलाली Q. लोगों द्वारा दिया गया स्वैच्छिक योगदान कौन सा था? (A) सिरा (B) तुर्वसी (C) यदु (D) बालिक उत्तर: (D) बालिक Q. निम्नलिखित को सुमेलित कीजिए (a) ऋग्वेद 1. होटरी (b) यजुर्वेद 2. अध्वायु: (c) सामवेद 3. उदगात्री (d) अथर्ववेद 4. अथर्व: कोड: A B C D (A) 1 2 3 4 (B) 4 3 2 1 (C) 3 4 1 2 (D) 1 3 4 2 उत्तर: (D) 1 3 4 2 Q. पाँच प्रसिद्ध 'जन' में से कौन-सा नहीं था ? (A) भारवर्षि (B) यदु (C) अनु (D) द्रहु उत्तर: (A) भारवर्षि वैदिक सभ्यता और संस्कृति पर उपरोक्त 10 सामान्य ज्ञान के प्रश्न और उत्तर में 10 बहुविकल्पीय प्रश्न शामिल हैं जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की उभरती प्रकृति के अनुसार पाठकों को आकर्षित और सुसज्जित करते हैं।


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