April 18, 2022

Indus Valley Civilization in Hindi


सिन्धु घाटी सभ्यता और सिन्धु घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थल -  Indus Valley Civilization in Hindi

खोजकर्ता


चार्ल्स मेसन सर्वप्रथम 1826 ई. में अपनी पत्रिका 'Narratives of Journeys' में इस सभ्यता के बारे में जानकारी दिया। 


बर्टन बंधु (जेम्स बर्टन और विलियम बर्टन) के ठेकेदारी में सन 1856 ई. में लाहौर मुल्तान के बीच रेल लाइन बिछाई जा रही थी। जब खुदाई का काम हड़प्पा में शुरू हुआ तो वहां मिट्टी में दबी बहुत सी ईंटें मिलीं जो ठेकेदार ने अपने काम में इस्तेमाल कर लीं।


अलेक्जेंडर कनिंघम (1853-1856 ई.) के दौरान इस क्षेत्र में बहुत बार यात्रा किए और इस सभ्यता की जानकारी जुटाने की कोशिश की लेकिन जितनी सफलता मिलनी चाहिए उतनी सफलता इनको नहीं मिल पाई।


सन 1921 ई. में सर जॉन मार्शल के नेतृत्व में राय बहादुर दयाराम साहनी और राखल दास बनर्जी क्रमशः हड़प्पा और मोहनजोदड़ों में खुदाई करवाई। इस तरह सिंधु सभ्यता के प्रारंभिक खोजकर्ता के रूप में इन लोगों को जाना जाता है।


सर जॉन मार्शल उस समय भारतीय पुरातात्विक विभाग के प्रमुख थे।


काल निर्धारण व विचार


सिंधु घाटी सभ्यता के बारे में जितने भी जानकारी मिला है वे सारे जानकारी पुरातात्विक स्रोत के आधार पर इकट्ठा किया गया है। इस सभ्यता के बारे में कोई लिखित जानकारी उपलब्ध नहीं है। इसलिए अलग-अलग खोजकर्ता अलग-अलग काल निर्धारण करते हैं।


सर्वप्रथम जॉन मार्शल के द्वारा सन 1931 ई. में सिन्धु सभ्यता की तिथि (3250 2750 ई. पू.) निर्धारित की गई है।


C14 पद्धति के अनुसार सिन्धु सभ्यता की तिथि (2300-1750 ई.पू.) मानी गयी है। इस तिथि को भारतीय विज्ञान के इतिहासकार डी. पी. अग्रवाल के द्वारा मान्यता दी गई । 


मुख्यत: ( 2500-1750 ई.पू.) को सिन्धु सभ्याता की Standard तिथि मानी जाती है। 


नामाकरण


इस सभ्यता के जितने भी प्रारंभिक स्थल थे वह सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के आसपास खोजा गया था, इसलिए इस सभ्यता को सिंधु सभ्यता कहते हैं। 


बाद में यह देखा गया कि सरस्वती नदी के किनारे भी इस सभ्यता के बहुत सारे स्थल पाए गए, इसलिए इस सभ्यता को सिंधु-सरस्वती सभ्यता भी कहते हैं। 


सर्वप्रथम 1921 ई. में दयाराम साहनी के नेतृत्व में हड़प्पा में खुदाई की गई और इस सभ्यता के बारे में जानकारी प्राप्त की गई, इसलिए इस सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता भी कहते हैं।


निर्माता


विदेशी इतिहासकार (सर जॉन मार्शल, हवीलर, गार्डन चाइल्ड इत्यादि) के अनुसार सिंधु सभ्यता के निर्माता सुमेरियन सभ्यता के लोग थे। 


राखल दास बनर्जी के अनुसार सिंधु सभ्यता के निर्माता द्रविड़ लोग थे।


विशेषता


नगर के जितनी विशेषताएं होती है वे सारे विशेषताएं सिंधु घाटी सभ्यता में मौजूद था, इसलिए सिंधु घाटी सभ्यता एक नगरीय सभ्यता था।


सिंधु सभ्यता के लोग कांस्य (तीन+तांबा) का प्रयोग करते थे, इसलिए इसे कांस्ययुगीन सभ्यता भी कहते हैं।


सिंधु सभ्यता के लिखित साक्ष्य मौजूद है लेकिन उसको अभी तक पढ़ा नहीं जा सका है, इसलिए सिंधु सभ्यता को आद्यऐतिहासिक सभ्यता भी कहा जाता है। 


इस सभ्यता की खुदाई से कोई भी ऐसा औजार नहीं मिला है जो युद्ध में इस्तेमाल किया जाता है, इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि यहां के लोग बहुत शांति से रहते थे| अतः सिंधु सभ्यता एक शांतिप्रिय सभ्यता था।


सिंधु सभ्यता को एक व्यापार प्रधान सभ्यता के रूप में जाना जाता है।


सिंधु घाटी सभ्यता का क्षेत्र बहुत ही अधिक था इसलिए इसे विस्तृत सभ्यता के नाम से भी जाना जाता है।


सिन्धु घाटी सभ्याता के अन्य महत्वपूर्ण जानकारी - Indus Valley Civilization Map


हीलीर ने हड़प्पा को सुमेरियन सभ्यता का उपनिवेश कहा था।


जॉन मार्शल ने सबसे पहले "सिन्धु घाटी" शब्द का प्रयोग किया था। 


सिंधु सभ्यता की लिपि चित्रात्मक है। यह लिपि दाई से बाईं ओर लिखी जाती है।


सिंधु सभ्यता की मुख्य फसलें गेहूं और जौ थी।


सिंधु घाटी सभ्यता का क्षेत्र त्रिभुजाकार है और यह सभ्यता अफगानिस्तान, पाकिस्तान एंव भारत में फैला हुआ था।



यह भी पढ़ें : 


प्राचीन भारतीय इतिहास : 1 – प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोत

प्राचीन भारतीय इतिहास : 2 – प्रागैतिहासिक भारत

प्राचीन भारतीय इतिहास : 3 – सिंधु घाटी सभ्यता

प्राचीन भारतीय इतिहास : 4 – वैदिक सभ्यता

प्राचीन भारतीय इतिहास : 5 – जैन साहित्य

प्राचीन भारतीय इतिहास : 6 – बौद्ध साहित्य

प्राचीन भारतीय इतिहास : 7 – शैव धर्म और वैष्णव धर्म

प्राचीन भारतीय इतिहास : 8 – इस्लाम, ईसाई और पारसी धर्म

प्राचीन भारतीय इतिहास : 9 – महाजनपदों का इतिहास

प्राचीन भारतीय इतिहास : 10 – मगध जनपद का उत्कर्ष

प्राचीन भारतीय इतिहास : 11 – मौर्य वंश के पूर्व विदेशी आक्रमण

प्राचीन भारतीय इतिहास : 12 –  मौर्य साम्राज्य

प्राचीन भारतीय इतिहास : 13 –  गुप्त वंश साम्राज्य


सिन्धु घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थल - Major sites of Indus Valley Civilization


स्थल

वर्ष

नदी

उत्तखननकर्ता

वर्तमान स्तिथि

हड़प्पा

1921

रावी

दयाराम साहनी

पश्चिम पंजाब का मोंटगोमरी जिला (पाकिस्तान)

मोहनजोदड़ो

1922

सिन्धु

राखलदास बनर्जी

सिंध प्रान्त का लरकाना जिला (पाकिस्तान)

चन्हूदड़ो

1931

सिन्धु

गोपाल मजूमदार

सिंध प्रान्त (पाकिस्तान)

कालीबंगा

1953

घग्घर

बी.बी. लाल और बी. के. थापर

राजस्थान का हनुमानगढ़ जिला (भारत)

कोटदीजी

1953

सिन्धु

फजल अहमद

सिंध प्रान्त का खैरपुर (पाकिस्तान)

रंगपुर

1953-54

मादर

रंगनाथ राव

गुजरात का काठियावाड क्षेत्र (भारत)

रोपड़

1953-56

सतलज

यज्ञदत्त शर्मा

पंजाब का रोपड़ जिला (भारत)

लोथल

1955-63

भोगवा

रंगनाथ राव

गुजरात का अहमदाबाद जिला (भारत)

आलमगीरपुर

1958

हिंडन

यज्ञदत्त शर्मा

उत्तर प्रदेश का मेरठ जिला (भारत)

बनावली

1974

रंगोई

रविन्द्र सिंह विष्ट

हरियाणा का हिसार जिला (भारत)

धौलावीरा

1990-91

मनहर व मानसर

रविन्द्र सिंह विष्ट

गुजरात का कच्छ जिला (भारत)



हड़प्पा


हड़प्पा पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मोंटगोमरी जिले में रावी नदी के तट पर स्थित है।


हड़प्पा सभ्यता का विस्तार त्रिभुजाकार था। - इस सभ्यता का नगर नियोजन नगर नियोजन आयताकार रूप में किया गया था।


स्वास्तिक चिन्ह का साक्ष्य हड़प्पा सभ्यता से प्राप्त आ है।


हड़प्पा सभ्यता में मोहरों का प्रयोग होता था, जिस पर श्रृंगी पशु का चित्र होता था।


हड़प्पा सभ्यता का सर्वाधिक स्थल गुजरात में खोजे गए है। 


मोहनजोदड़ो


मोहनजोदड़ो का शाब्दिक अर्थ 'मुर्दों का टीला' होता है।


नर्तकी की एक 'कांस्य मूर्ति मोहनजोदड़ो से प्राप्त हुई है।


सिंधु सभ्यता की सबसे बड़ी इमारत अन्नागार मोहनजोदड़ो से प्राप्त मोहनजोदड़ो से प्राप्त वृहत स्नानागार एक प्रमुख स्मारक है, जिसके मध्य स्थित स्नानकुंड 11.88 मीटर लंबा, 7.01 मीटर चौड़ा एवं 2.43 मीटर गहरा है।


मोहनजोदड़ो से प्राप्त एक सील पर तीन मुख वाले देवता (पशुपति) की मूर्ति मिली है, जिसके चारों ओर भैंसा, गैंडा, चीता एवं हाथी विराजमान है। 


मोहनजोदड़ो नामक नगर पाकिस्तान के सिंध प्रांत के लरकाना जिले में सिंधु नदी के दाहिने किनारे पर लगभग 5 किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है।


कालीबंगा


कालीबंगा का शाब्दिक और "काली रंग की चूड़ियां" होता है। - यह सिंधु नगर राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में घग्घर नदी के किनारे अवस्थित है।


कालीबंगा से अलंकृत ईटों के साक्ष्य प्राप्त हुआ है और यहां के घर कच्ची ईंटों से बना हुआ था।


यहां से अग्निकुंड का अवशेष मिला है।


सर्वप्रथम कपास की खेती के प्रमाण कालीबंगा से हैं प्राप्त हुआ है जिसे यूनानीयों ने सिन्डन कहते थे।


यहां से मिट्टी की मोहरे और मृदभांड का भी साक्ष्य मिला है। - कालीबंगा का प्रमुख पालतू पशु कुत्ता था।


कालीबंगा और मोहनजोदड़ो से प्राप्त कुछ मोहरों पर पशु बलि का प्रमाण मिलता है।


कालीबंगा, लोथल एवं सरकोतदा से सिंधु कालीन घोड़ों के अस्थिपंजर मिले हैं। 


कालीबंगा सिंधु सभ्यता का ऐसा स्थल था, जिसका निचला शहर भी किले से घिरा हुआ था।


यहां से समकोण दिशा में जूते हुए खेत के साक्ष्य मिला है।


Important Points - Indus Valley Civilization UPSC


अग्निकुंड का साक्ष्य कालीबंगन और लोथल से प्राप्त हुआ है। 


लोथल और रंगपुर से धान की खेती होने का साक्ष्य मिला है।


सिंधु सभ्यता के लोग मिठास के लिए शहद का प्रयोग करते थे।


कालीबंगन से जूते हुए खेत एवं नक्काशीदार ईटों के प्रयोग का साक्ष्य प्राप्त हुआ है।


मनके बनाने के कारखाना चन्हूदडो और लोथल से प्राप्त हुआ है।


पिग्गट ने हड़प्पा एवं मोहनजोदड़ो को एक विस्तृत साम्राज्य का जुड़वा राजधानी बताया है।


सिंधु सभ्यता के लोग धरती को उर्वरा की देवी मानते थे।


सिंधु सभ्यता के लोगों में मातृदेवी की उपासना की सर्वाधिक प्रचलन थी।


कुबड़ वाला सांड सिंधु सभ्यता के लोगों की पूजनीय पशु था।


सिंधु सभ्यता के समाज मातृसत्तात्मक समाज थी। 


सिंधु सभ्यता के लोग प्राय: सूती और ऊनी वस्त्रों का प्रयोग करते थे।


आग में पक्की हुई मिट्टी को टेराकोटा कहा जाता है। 


सिंधु सभ्यता में वेश्यावृत्ति और पर्दा प्रथा प्रचलित था।


शवों को जलाने और दफनाने का साक्ष्य सिंधु सभ्यता से प्राप्त हुआ है।


आजादी के बाद गुजरात में हड़प्पा संस्कृति के सर्वाधिक स्थल पाए गए है।


सिंधु सभ्यता का बंदरगाह लोथल था।


मेसोपोटामिया के अभिलेखों में वर्णित मेलूहा शब्द का अभिप्राय सिंधु सभ्यता से ही माना जाता है।


सिंधु सभ्यता से प्राप्त लिपि में 64 मूल चिह्न और 250-400 तक अक्षर हैं।


सिंधु सभ्यता की लिपि में सर्वाधिक प्रचलित पशु चिह्न मछली का है।


सिंधु सभ्यता का विनाश का कारण संभवत: बाढ़ था।


आर. एल. स्टीन, ए. एन. घोष आदि विद्वानों का मत है कि सिंधु सभ्यता का विनाश जलवायु परिवर्तन के कारण हुआ था ।


भारतीय इतिहास सिंधु घाटी सभ्यता - सामान्य ज्ञान प्रश्न और उत्तर ( Indian History Indus Valley Civilization - General Knowledge Questions and Answers )


Q: सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा भवन कहाँ पाया जाता है?

(A) मोहनजोदड़ो
(B) हड़प्पा
(C) रंगपुर
(D) लोथल

उत्तर: (A) मोहनजोदड़ो

Q. सिंधु सभ्यता _______ के लिए प्रसिद्ध है।

(A) हिंदू धर्म
(B) कृषि
(C) शहरीकरण
(D) जनसंख्या

उत्तर - (C) शहरीकरण

Q. सिंधु घाटी सभ्यता की मुख्य फसल ________ है।

(A) धान
(B) गेहूं
(C) मूंगफली
(D) स्पंज

उत्तर - (B) गेहूं

Q. सिंधु घाटी सभ्यता का मुख्य व्यवसाय _______ था।

(A) निर्माण
(B) कृषि
(C) फिशरी
(D) कपास प्रसंस्करण

उत्तर - (B) कृषि

Q. सिंधु सभ्यता का पूर्वी बिंदु?

(A) नालंदा
(B) आलमगीर पुरी
(C) बलूचिस्तान
(D) पटना

उत्तर - (B) आलमगीर पुरी

Q. सिंधु सभ्यता का उत्तरी बिंदु है

(A) पंजाब
(B) मांड
(C) जम्मू
(D) अफगानिस्तान

उत्तर: (B) मांड

Q. सिन्धु सभ्यता का दक्षिणी बिंदु है

(A) दैमाबाद
(B) औरंगाबाद
(C) मुंबई
(D) पुना

उत्तर: (A) दैमाबाद

Q. हड़प्पा के खंडहरों का वर्णन किसके द्वारा किया गया था?

(A) राखल दास
(B) जॉन मार्शल
(C) दया राम साहनी
(D) चार्ल्स मेसन

उत्तर: (D) चार्ल्स मेसन

Q. सिंधु सभ्यता के प्रथम शब्दों का प्रयोग किसके द्वारा किया जाता है?

(A) दया राम साहनी
(B) चार्ल्स मेसन
(C) राखल दास
(D) जॉन मार्शल

उत्तर: (D) जॉन मार्शल

Q. सिंधु सभ्यता का पश्चिमी बिंदु है

(A) हड़प्पा
(B) बलूचिस्तान
(C) मोहनजोदड़ो
(D) लोथल

उत्तर: (B) बलूचिस्तान

Q. सिंधु सभ्यता की खोज किसने की?

(A) B & C दोनों
(B) दया राम साहनी
(C) राखल दास बनर्जी
(D) कोई नहीं

उत्तर: B & C दोनों

Q. सिंधु घाटी सभ्यता किस काल की है?

(A) पाषाण युग
(B) लौह युग
(C) रजत युग
(D) कांस्य युग

उत्तर: (D) कांस्य युग

Q. स्वास्तिक चिन्ह का सर्वप्रथम प्रयोग .... में होता है

(A) मेसोपोटामिया सभ्यता
(B) द्रविड़ सभ्यता
(C) सिंधु घाटी सभ्यता
(D) जर्मन नाजी पार्टी

उत्तर: (C) सिंधु घाटी सभ्यता

Q. हड़प्पा स्थित है

(A) सिंधु
(B) मोंटगोमेरी
(C) पंजाब
(D) पाकिस्तान

उत्तर: (B) मोंटगोमेरी

Q. हड़प्पा की खोज किसने की?

(A) डेविड हॉग्स
(B) आर बी दयाराम साहनी
(C) आर डी बनर्जी
(D) जॉन मार्शल

उत्तर: (B) आर बी दयाराम साहनी

Q. सिंधु घाटी सभ्यता का मुख्य बंदरगाह है

(A) रंगपुर
(B) भगतराव
(C) लोथली
(D) सुरकोटडा

उत्तर: (C) लोथली

Q. हड़प्पा ________ के बारे में नहीं जानता है।

(A) कॉटन
(B) तांबा
(C) कांस्य
(D) आयरन

उत्तर: (D) आयरन

Q. हड़प्पा के बर्तन का रंग है

(A) लाल और पिंक
(B) लाल
(C) पिंक
(D) कोई नहीं

उत्तर: (A) लाल और पिंक

Q. मोहनजोदड़ो स्थित है

(A) लरकाना
(B) पाकिस्तान
(C) पंजाब
(D) कोई नहीं

उत्तर: (A) लरकाना

Q. मोहनजोदड़ो की खोज किसने की?

(A) जॉन मार्शल
(B) दया राम साहनी
(C) आर डी बनर्जी
(D) चार्ल्स मेसन

उत्तर: (C) आर डी बनर्जी

Q. कांस्य नृत्य करने वाली लड़की की स्थापना कहाँ हुई?

(A) लोथल
(B) हड़प्पा
(C) मोहनजो-दारो
(D) कोट डिजिक

उत्तर: (C) मोहनजो-दारो


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