Axiom-4 Mission: लिक्विड ऑक्सीजन लीक से क्यों टली अंतरिक्ष उड़ान?

अंतरिक्ष की दुनिया से बड़ी खबर! भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री शुंभाशु शुक्ला का Axiom-4 मिशन क्यों रुका? एक रॉकेट जो अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की सैर के लिए तैयार था, अचानक थम गया। आइए जानें इस महत्वपूर्ण जानकारी को, जो आपको अंतरिक्ष यात्रा के रोमांच से जोड़ेगी।

Axiom 4 Mission Postponed



Liquid Oxygen Leak ने रोका Axiom-4 मिशन

Axiom-4 मिशन, जिसमें भारतीय वायुसेना के पायलट ग्रुप कैप्टन शुंभाशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) जाने वाले थे, को स्थगित कर दिया गया। यह मिशन 11 जून 2025 को शाम 5:30 बजे (IST) लॉन्च होने वाला था। लेकिन SpaceX, जो इस रॉकेट को तैयार कर रही है, ने घोषणा की कि Falcon 9 rocket में liquid oxygen (LOx) leak पाया गया। यह रिसाव static fire test के दौरान मिला, जिसमें रॉकेट के इंजन को जमीन पर चलाकर जांचा जाता है।

Liquid oxygen एक खास ईंधन है, जो रॉकेट को अंतरिक्ष में ले जाता है। यह नीला, ठंडा तरल होता है, लेकिन रिसाव होने पर आग या धमाके का खतरा रहता है। सुरक्षा के लिए SpaceX ने Axiom-4 लॉन्च को टाल दिया।


भारत के लिए Axiom-4 मिशन क्यों है खास?

Axiom-4 मिशन भारत के लिए ऐतिहासिक है। Shubhanshu Shukla ISS जाने वाले पहले भारतीय होंगे। 1984 में Rakesh Sharma के बाद वे दूसरे भारतीय अंतरिक्ष यात्री हैं। शुक्ला इस मिशन में पायलट हैं, और उनके साथ अमेरिका की Peggy Whitson, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं। यह टीम 14 दिन तक ISS पर रहेगी और 60+ वैज्ञानिक प्रयोग करेगी। इनमें ISRO, NASA, और European Space Agency के सात प्रयोग शामिल हैं, जैसे:

  • अंतरिक्ष में शैवाल उगाना
  • मांसपेशियों की कमजोरी का अध्ययन
  • जीन के व्यवहार की जांच


रॉकेट में क्या खराबी आई?

SpaceX ने बताया कि Falcon 9 के booster में liquid oxygen leak था। Booster रॉकेट को उड़ान की ताकत देता है। यह रिसाव पहले भी एक उड़ान में देखा गया था, लेकिन तब ठीक नहीं हुआ। अब SpaceX purge system लगा रहा है, जो रिसाव रोकेगा। साथ ही, एक इंजन में छोटी खराबी को भी ठीक किया जा रहा है।


Axiom-4 की नई लॉन्च तारीख कब?

अभी Axiom-4 launch date तय नहीं है। SpaceX ने कहा कि मरम्मत पूरी होने और मौसम ठीक होने पर नई तारीख बताई जाएगी। मौसम एक चुनौती है—11 जून को 20% बारिश की संभावना है, और 12 जून को यह बढ़ सकती है। फिर भी, SpaceX को भरोसा है कि वे जल्द सब ठीक कर लेंगे। 2025 में वे तीन बार Dragon spacecraft उड़ा चुके हैं, जिसमें दो बार क्रू भेजा गया।


International Collaboration का बेहतरीन उदाहरण

Axiom-4 मिशन भारत, पोलैंड, और हंगरी के अंतरिक्ष यात्रियों को पहली बार एक साथ ISS ले जा रहा है। यह international collaboration का शानदार उदाहरण है। भारत इस मिशन में 548 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है, जो अंतरिक्ष अनुसंधान में हमारी गंभीरता दिखाता है। नया Dragon spacecraft बेहतर खाना स्टोरेज, मजबूत सीढ़ियों, और उन्नत तकनीक के साथ तैयार है।


आगे क्या होगा?

SpaceX रॉकेट की मरम्मत में जुटी है। ISRO और NASA मौसम और तकनीकी कामों पर नजर रख रहे हैं। Shubhanshu Shukla और उनका दल इतिहास रचने को तैयार है। यह मिशन भारत और दुनिया के लिए गर्व का पल होगा।

यह अंतरिक्ष खबर आपको कैसी लगी? Axiom-4 मिशन और शुंभाशु शुक्ला के रोमांच को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें। इस लेख को शेयर करें और अंतरिक्ष यात्रा का उत्साह बढ़ाएं।



Comments