क्या आपने कभी सोचा है कि हवा से बिजली बनाने वाली कोई कंपनी इतना अच्छा प्रदर्शन कर सकती है? जी हां, हम बात कर रहे हैं Suzlon Energy की, जिसके ताजा नतीजे हर किसी को हैरान कर रहे हैं। ये कंपनी न सिर्फ बिजली बना रही है, बल्कि अपने बढ़िया प्रदर्शन से शेयर बाजार में भी हलचल मचा रही है। इस लेख में हम आपको जनवरी से मार्च 2025 तक के Suzlon के रिजल्ट्स की पूरी जानकारी एकदम आसान भाषा में देंगे। तो चलिए, जानते हैं उस कंपनी की कहानी जो हवा की ताकत से भविष्य को रोशन कर रही है
Suzlon Energy ने इस साल 1.55 गीगावाट के विंड एनर्जी प्रोजेक्ट पूरे किए। यह पिछले साल से 118% ज्यादा है! यानी, यह कंपनी अब पहले से दोगुनी तेजी से काम कर रही है। मार्च तिमाही में ही इसने 573 मेगावाट की डिलीवरी की, जो पिछले साल की 273 मेगावाट और दिसंबर तिमाही की 447 मेगावाट से कहीं ज्यादा है। आसान शब्दों में कहें, तो Suzlon ने ढेर सारी पवन चक्कियां (विंड टर्बाइन) लगाईं, जो हजारों घरों को बिजली दे रही हैं।
Suzlon की कमाई भी इस तिमाही में गजब की रही। मार्च तिमाही में कंपनी की बिक्री 73.2% बढ़कर 3,773.5 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल 2,179.2 करोड़ रुपये थी। पूरे साल की बात करें, तो कंपनी की आय 67% बढ़कर 10,851 करोड़ रुपये रही। यह ऐसा है जैसे कोई दुकान पहले 100 रुपये कमाती थी और अब 167 रुपये कमा रही है!
कंपनी का मुनाफा भी कमाल का रहा। उनका EBITDA, यानी एक खास तरह का मुनाफा, 99% बढ़कर 677 करोड़ रुपये हो गया। साथ ही, उनका प्रॉफिट मार्जिन 17.94% हो गया, जो पहले 15.62% था। इसका मतलब है कि Suzlon अब ज्यादा पैसे कमा रहा है और उसे बुद्धिमानी से मैनेज भी कर रहा है।
सबसे चौंकाने वाली बात? कंपनी का नेट प्रॉफिट, यानी कुल मुनाफा, 1,182 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल 254 करोड़ रुपये था। इसमें 600 करोड़ रुपये का एक खास टैक्स लाभ शामिल था, लेकिन इसके बिना भी Suzlon का मुनाफा पिछले 10 सालों में सबसे ज्यादा है।
Suzlon सिर्फ मुनाफा नहीं कमा रहा, बल्कि अपने काम को भी लगातार बढ़ा रहा है। कंपनी ने अपनी S144-3X मेगावाट सीरीज के लिए 10 नई प्रोडक्शन लाइन शुरू की हैं — ये वही पवन चक्कियां हैं जो काफी तेज़ी से बिजली बनाती हैं। इसके साथ ही Suzlon ने दमन और पुदुचेरी में अपनी फैक्ट्रियों का भी विस्तार किया है। कंपनी के सीनियर लोग कहते हैं कि उनका मकसद भारत को और ज्यादा रिन्यूएबल एनर्जी देना है। यानी, Suzlon न सिर्फ आज की जरूरतें पूरी कर रहा है, बल्कि एक हरे-भरे और साफ-सुथरे भविष्य की नींव भी रख रहा है।
Suzlon की ऑर्डर बुक अब 5.6 गीगावाट की हो गई है, जो उनका अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। इतनी बिजली से पूरे शहर रोशन हो सकते हैं! इसके अलावा, कंपनी के पास भविष्य के लिए और भी ढेर सारे ऑर्डर हैं। हाल ही में Suzlon ने NTPC Green Energy के साथ 378 मेगावाट का एक बड़ा ऑर्डर हासिल किया। NTPC के साथ उनकी साझेदारी अब 1,544 मेगावाट की हो गई है, जो उनकी सबसे बड़ी डील है। यह दिखाता है कि बड़े-बड़े लोग Suzlon पर भरोसा करते हैं।
Suzlon के शेयरों में नतीजों से पहले 1.3% की छोटी सी गिरावट आई और शेयर की कीमत 65.44 रुपये रही। लेकिन, इतने शानदार नतीजों के बाद निवेशकों का मूड बदल सकता है। आठ में से छह विशेषज्ञ कहते हैं कि Suzlon के शेयर खरीदने चाहिए, और दो का कहना है कि इन्हें होल्ड करना ठीक है। कोई भी बेचने की सलाह नहीं दे रहा! मोटिलाल ओसवाल जैसे बड़े ब्रोकरेज हाउस ने “खरीदें” की सलाह दी है और 75 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। यानी, शेयर की कीमत में 30% तक उछाल आ सकता है।
Suzlon का भविष्य बहुत सुनहरा दिख रहा है। उनकी भारी ऑर्डर बुक और रिन्यूएबल एनर्जी की बढ़ती मांग उन्हें और आगे ले जाएगी। पिछले साल सितंबर में उन्हें NTPC Green Energy से 1,166 मेगावाट का बड़ा ऑर्डर मिला था। विशेषज्ञों का कहना है कि सरकारी प्रोजेक्ट्स, जो हवा और दूसरी रिन्यूएबल एनर्जी को मिलाते हैं, Suzlon को और फायदा देंगे।
Suzlon Energy अब भारत की रिन्यूएबल एनर्जी की दुनिया में एक बड़ा और भरोसेमंद नाम बनता जा रहा है। उनके ताजा नतीजे, रिकॉर्ड ऑर्डर बुक और आने वाले समय की मजबूत प्लानिंग ये साफ दिखाते हैं कि Suzlon सिर्फ इस रेस में शामिल नहीं है — बल्कि अब उसे लीड कर रहा है। चाहे नई फैक्ट्रियां शुरू करनी हों या NTPC जैसे बड़े नामों के साथ पार्टनरशिप करनी हो, Suzlon हर कदम पर अपना असर दिखा रहा है।
कैसा लगा आपको ये आर्टिकल? नीचे कमेंट करके जरूर बताइएगा। और हां, अगर आपको ये जानकारी काम की लगी हो तो इसे लाइक करें और अपने उन दोस्तों के साथ शेयर करें जिन्हें रिन्यूएबल एनर्जी या शेयर बाजार में दिलचस्पी है। ऐसी ही और आसान और मजेदार खबरों के लिए हमारे साथ जुड़े रहिए।
Suzlon Energy ने दिखाया दम, डिलीवरी में जबरदस्त उछाल
Suzlon Energy ने इस साल 1.55 गीगावाट के विंड एनर्जी प्रोजेक्ट पूरे किए। यह पिछले साल से 118% ज्यादा है! यानी, यह कंपनी अब पहले से दोगुनी तेजी से काम कर रही है। मार्च तिमाही में ही इसने 573 मेगावाट की डिलीवरी की, जो पिछले साल की 273 मेगावाट और दिसंबर तिमाही की 447 मेगावाट से कहीं ज्यादा है। आसान शब्दों में कहें, तो Suzlon ने ढेर सारी पवन चक्कियां (विंड टर्बाइन) लगाईं, जो हजारों घरों को बिजली दे रही हैं।
कमाई में भारी बढ़ोतरी, मुनाफा आसमान पर
Suzlon की कमाई भी इस तिमाही में गजब की रही। मार्च तिमाही में कंपनी की बिक्री 73.2% बढ़कर 3,773.5 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल 2,179.2 करोड़ रुपये थी। पूरे साल की बात करें, तो कंपनी की आय 67% बढ़कर 10,851 करोड़ रुपये रही। यह ऐसा है जैसे कोई दुकान पहले 100 रुपये कमाती थी और अब 167 रुपये कमा रही है!
कंपनी का मुनाफा भी कमाल का रहा। उनका EBITDA, यानी एक खास तरह का मुनाफा, 99% बढ़कर 677 करोड़ रुपये हो गया। साथ ही, उनका प्रॉफिट मार्जिन 17.94% हो गया, जो पहले 15.62% था। इसका मतलब है कि Suzlon अब ज्यादा पैसे कमा रहा है और उसे बुद्धिमानी से मैनेज भी कर रहा है।
सबसे चौंकाने वाली बात? कंपनी का नेट प्रॉफिट, यानी कुल मुनाफा, 1,182 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल 254 करोड़ रुपये था। इसमें 600 करोड़ रुपये का एक खास टैक्स लाभ शामिल था, लेकिन इसके बिना भी Suzlon का मुनाफा पिछले 10 सालों में सबसे ज्यादा है।
नई मशीनें, नई फैक्ट्रियां, और मजबूत भविष्य
Suzlon सिर्फ मुनाफा नहीं कमा रहा, बल्कि अपने काम को भी लगातार बढ़ा रहा है। कंपनी ने अपनी S144-3X मेगावाट सीरीज के लिए 10 नई प्रोडक्शन लाइन शुरू की हैं — ये वही पवन चक्कियां हैं जो काफी तेज़ी से बिजली बनाती हैं। इसके साथ ही Suzlon ने दमन और पुदुचेरी में अपनी फैक्ट्रियों का भी विस्तार किया है। कंपनी के सीनियर लोग कहते हैं कि उनका मकसद भारत को और ज्यादा रिन्यूएबल एनर्जी देना है। यानी, Suzlon न सिर्फ आज की जरूरतें पूरी कर रहा है, बल्कि एक हरे-भरे और साफ-सुथरे भविष्य की नींव भी रख रहा है।
ऑर्डर बुक में रिकॉर्ड, भविष्य और चमकदार
Suzlon की ऑर्डर बुक अब 5.6 गीगावाट की हो गई है, जो उनका अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। इतनी बिजली से पूरे शहर रोशन हो सकते हैं! इसके अलावा, कंपनी के पास भविष्य के लिए और भी ढेर सारे ऑर्डर हैं। हाल ही में Suzlon ने NTPC Green Energy के साथ 378 मेगावाट का एक बड़ा ऑर्डर हासिल किया। NTPC के साथ उनकी साझेदारी अब 1,544 मेगावाट की हो गई है, जो उनकी सबसे बड़ी डील है। यह दिखाता है कि बड़े-बड़े लोग Suzlon पर भरोसा करते हैं।
शेयर बाजार में क्या है हाल?
Suzlon के शेयरों में नतीजों से पहले 1.3% की छोटी सी गिरावट आई और शेयर की कीमत 65.44 रुपये रही। लेकिन, इतने शानदार नतीजों के बाद निवेशकों का मूड बदल सकता है। आठ में से छह विशेषज्ञ कहते हैं कि Suzlon के शेयर खरीदने चाहिए, और दो का कहना है कि इन्हें होल्ड करना ठीक है। कोई भी बेचने की सलाह नहीं दे रहा! मोटिलाल ओसवाल जैसे बड़े ब्रोकरेज हाउस ने “खरीदें” की सलाह दी है और 75 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। यानी, शेयर की कीमत में 30% तक उछाल आ सकता है।
2026 में क्या होगा Suzlon का?
Suzlon का भविष्य बहुत सुनहरा दिख रहा है। उनकी भारी ऑर्डर बुक और रिन्यूएबल एनर्जी की बढ़ती मांग उन्हें और आगे ले जाएगी। पिछले साल सितंबर में उन्हें NTPC Green Energy से 1,166 मेगावाट का बड़ा ऑर्डर मिला था। विशेषज्ञों का कहना है कि सरकारी प्रोजेक्ट्स, जो हवा और दूसरी रिन्यूएबल एनर्जी को मिलाते हैं, Suzlon को और फायदा देंगे।
हवा की ताकत, Suzlon की रफ्तार
Suzlon Energy अब भारत की रिन्यूएबल एनर्जी की दुनिया में एक बड़ा और भरोसेमंद नाम बनता जा रहा है। उनके ताजा नतीजे, रिकॉर्ड ऑर्डर बुक और आने वाले समय की मजबूत प्लानिंग ये साफ दिखाते हैं कि Suzlon सिर्फ इस रेस में शामिल नहीं है — बल्कि अब उसे लीड कर रहा है। चाहे नई फैक्ट्रियां शुरू करनी हों या NTPC जैसे बड़े नामों के साथ पार्टनरशिप करनी हो, Suzlon हर कदम पर अपना असर दिखा रहा है।
कैसा लगा आपको ये आर्टिकल? नीचे कमेंट करके जरूर बताइएगा। और हां, अगर आपको ये जानकारी काम की लगी हो तो इसे लाइक करें और अपने उन दोस्तों के साथ शेयर करें जिन्हें रिन्यूएबल एनर्जी या शेयर बाजार में दिलचस्पी है। ऐसी ही और आसान और मजेदार खबरों के लिए हमारे साथ जुड़े रहिए।
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